Saturday, March 26, 2016

ईश विधान

ईश विधान
 
     रास्ते रोज के जाने पहचाने
  जिंदगी ख़्वाबों को सजाने
नई मंजिल पाने के लिए
नई राह जोड़ने  चल दी  ।
नए पलों को न मालूम था
ईश का विधान
क्या  होने वाला है
अनहोनी  होनी हो गई
कार दुर्घटना की दस्तक ने
तन -  मन को घायल कर
दुखों की खूनी सुनामी बहा दी  ।
लाचारी , विकलांगता  ने
सृजना की दास्तां गढ़ दी
काल कष्टों से  कलवरित
पतझड़ी पड़ाव
ठूंठ जीवन का
कालखंड
मानवीय करों के संग
सेवा , करुणा , प्यार
जीवन का हमदम बन
बसंती बहार ले आया  ।
खुशियों की ऋतु चहकने लगी
कष्टों , दुःख ,पीड़ा की अमावस्या
पूनम की चांदनी बिखेर रही
जीवन की हर सांस
मानव सेवा गुनगुनाने लगी
ईश गुण '  मंजु '  गाने लगी  ।

Sunday, July 29, 2012




 १ सलोनो पर 
राखियों से सजता
देश - विदेश .                                                                            




२ रक्षाबन्धन 
दीदी - भाई का प्यार 
निभाता रिश्ता .

३ रक्षाधागे से 
सुरक्षित बहनें 
आया सलोनो .

४ भैया लाडले 
भुलाना ना बंधन 
है प्रेम धागा .

५ रिश्ता राखी का 
निभे अंतिम साँस 
सजे कलाई .

 ६ राखी है खास 
भेजू भैया के पास 
बन के प्यार .

७  बांधू ये डोर 
जिनकी ताकत से 
भागे आतंकी .

८  धागे के मूल्य  
से रक्षित हो जग 
कामना मेरी .

९  श्रावणी पूनो 
सजी राखियों संग 
मनाने पर्व .

 १० लिफाफा बंद 
खुशियाँ राखी संग 
भेजे बहन .

 ११  चाँद - तारों से 
जड़ी  राखी है भाई 
यादें महकीं ,
वाशी , नवी मुम्बई 

Sunday, December 11, 2011

१ . जाबांज मरे
देश भक्ति के लिए
नेता न मरे .

२ .मुसकरा के
जरा बात कर ली
दिल टटोले .

३ . नजर तीर
जब -जब है चला
घयाल किया .

४ .बात जुबां से
जब - जब निकली
कहानी बनी .

५.चाँद से आप
चमको धरा पर
सूरज बन .

६ .बाग के फूल
देते अनेक दुआ
बन महक .

७ .घूसखोरों को
जमानत है मिले
सजा है टले .

८ . वादों का गढ़
मंत्री हैं अनपढ़
देश चलाए .

९ . ठंडी की मार
फसलों को जलाया
पड़ा है पाला .

मंजु गुप्ता
वाशी , नवी मुम्बई .
भारत .