Sunday, December 11, 2011

१ . जाबांज मरे
देश भक्ति के लिए
नेता न मरे .

२ .मुसकरा के
जरा बात कर ली
दिल टटोले .

३ . नजर तीर
जब -जब है चला
घयाल किया .

४ .बात जुबां से
जब - जब निकली
कहानी बनी .

५.चाँद से आप
चमको धरा पर
सूरज बन .

६ .बाग के फूल
देते अनेक दुआ
बन महक .

७ .घूसखोरों को
जमानत है मिले
सजा है टले .

८ . वादों का गढ़
मंत्री हैं अनपढ़
देश चलाए .

९ . ठंडी की मार
फसलों को जलाया
पड़ा है पाला .

मंजु गुप्ता
वाशी , नवी मुम्बई .
भारत .

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